Around the Globe: Stories of Exploration and Wonder

मोबाइल का आविष्कार किसने किया

मोबाइल का आविष्कार किसने किया

आज हर किसी के पास मोबाइल फ़ोन ,
मोबाइल फ़ोन आज की जरूरत बन गया हम मोबाइल के बिना घर से निकलने की भीन हीं सोचते , तो आज जानिए की मोबाइल Phone किस ने और कब बनाया था. आज हम आपको बतायेगे फ़ोन की पूरी कहानी और इसके कुछ रोचक तथ्य जो सायद आप नहीं जानते .


 Mobile Phone क्या है ?

मोबाइल फ़ोन जिसको अनेको नाम से जाना जाता है, Wireless Phone Mobile Phone Cell Phone, Cellular Phone, एक एसा डिवाइस है, जिसके माध्यम से दो लोग लम्बी दुरी पर Communication कर सकते है, अपनी बात को कह सकते है और सुन सकते है, या कहा जाए तो यह एक लम्बी दुरी Ka इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है, जिसका उपयोग आवाज़ के संचार के लिए किया जाता है

और आज के आधुनिक समय में तो इसका उपयोग बहुत बढ़ गया है, अब तो Mobile Phone Ka Use सन्देश भेजने के लिये भी किया जाता है, ईमेल, इन्टरनेट के उपयोग के लिए, और गेमिंग, ब्लूटूथ, विडियो ऑडियो रिकॉर्डर के साथ, तस्वीरे, वीडियोस, Mp3 Player, रेडियो, Gps, के लिए भी Mobile Phone Ka Use होता है |

Mobile Ka Hindi Naam

बहुत कम लोगो को मालूम होगा, और जिनको मालूम होगा वो इसका Hindi नाम नहीं लेते होंगे, मोबाइल को Hindi मेंदूर भाष यंत्र कहा जाता है,जिसे हम लोग आम भाषा में Mobile Phone कहते है, और Mobile Ka Full Form ( Modify Operation Byte Integration Limited Energy) Hota Hai.

तो दोस्तों! ये तो हुई Mobile की बेसिक जानकारी, आइये अब हम आपको Details में बताते है की आखिर Mobile Ki Khoj Kisne Ki, और इस से जुडी कई रोचक बाते जो आपको शायद ही पता हो |

Martin Cooper
Martin_Cooper


Mobile काइतिहासएकनजरमें
दोस्तों, पूरा विश्व आज एक परिवार का रूप ग्रहण कर चुका है और हालत यहां तक पहुंच गयी है कि कोई भी व्यक्ति विश्व के किसी भी हिस्से में स्थित दूसरे आदमी से पलभर में संपर्क कर सकता है। यह सब मुमकिन हुआ है मात्र एक उपकरण के आविष्कार के कारण और वो हैमोबाइल फोन।कृषि क्रांति, औद्योगिक क्रांति से सूचना क्रांति के इस उपकरण ने मानव जीवन पर गहरा असर डाला है। लेकिन क्या आपको मालूम है पूरे विश्व को समीपला देने वाले इस Mobile ka aviskar kisne kiya ? तो हम बता दे किस र्वप्रथम इस को 3 अप्रैल 1973 को अमेरिकी इंजीनियर  मार्टिन कूपर (Martin Cooper ) ने बनाया था।

 चालीस साल पहले तीन अप्रैल 1973 को मोटोरोला के इंजीनियर मार्टिन कूपर ने अपनी प्रतिद्वंदी कंपनी के एक कर्मचारी को फ़ोन कर मोबाइल फ़ोन पर बात चीत की शुरुआत की थी.
विश्व के पहले मोबाइल फोन की कुछ विशेषताएं :

मार्टिन कूपर द्वारा बनाये गए पहले मोबाइल फोन का वजन लगभग  2 Kg  था!
एक बार चार्ज होने के बाद उस मोबाइल से 30 मिनट तक बाते कि जा सकती थी लेकिन उसे दोबारा चार्ज करने में 10 घंटे का समय  लगता था!
उस समय उसकी कीमत लगभग 2700 अमेरिकी डॉलर (2 लाख रूपए) थी।
1973 में उसे 0G (Zero Generation) मोबाइल फोन कहा जाता था।

Old Mobile, 1st Mobile
Motorola DynaTAC 8000X


पहले मोबाइल फोन के आविष्कार के 10 साल बाद वर्ष 1983 में मोटोरोला ने आम लोगों के लिए पहली बार मोबाइल बाजार में लाया जिसका नाम था– Motorola DynaTAC 8000X एक बार चार्ज होने के बाद इससे 30 मिनट तक बाते हो सकती थी। इसमें 30 मोबाइल नंबर भी save किया जा सकता था और उस समय उसका मूल्य 3995 अमेरिकी डॉलर ( 295669) रखा गया था।

 हास्य कलाकार एरिन वाइज ने 1985 में सेंट कैथरीन बंदरगाह से वोडाफ़ोन के दफ्तर फोन कर ब्रिटेन में मोबाइल फ़ोन के इस्तेमाल की शुरुआत की.
 2 के नाम से मशहूर सेलनेट ने 1985 में अपनी सेवा शुरू कर के वोडाफोन का एकाधिकार तो़ड़ दिया. वोडाफ़ोन को दस लाख ग्राहक बनाने में नौ साल का समय लगा. वहीं सेलनेट ने केवल डेढ़ साल में ही अगले दस लाख ग्राहक जोड़ लिए.

INDIA  में मोबाइल फोन कब आया?

भारत में मोबाइल फोन का आगमन दुनिया के पहले  मोबाइल (DynaTAC 8000X) बनने के 12 साल बाद 31 जुलाई, 1995  को हुआ। मतलब  आज से 23 year 7 month पहले दूरसंचार सेवाओं के विस्तार के लिए भारत में 20 फरवरी, 1997 में ट्राई (Telecom Regulatory Authority of India) की स्थापना की गयी।
 साल 1993 में आयोजित वायरलेस वर्ल्ड कांफ्रेंस में आई बी एम सिमा नाम का पहला स्मार्ट फ़ोन पेश किया गया. इसमें शुरुआती दौर की टचस्क्री लगी हुई थी. यह ईमेल, इलेक्ट्रिक पेजर, कैलेंडर, कैलकुलेटर और ऐड्रेस बुक के रूप में काम करता था.

Mobile In India
Mobile Phone


भारत में मोबाइल सेवा प्रारम्भ करने का प्रयास वर्ष 1994 के मध्य से ही भारत के  उद्य मी भूपेन्द्र कुमार मोदी द्वारा किया जाने लगा था। उन्हीं की कंपनी ‘ Modi Telstra’ नेदेश में पहली बार मोबाइल सेवा का प्रारम्भ किया तथा पहला मोबाइल का ॅलइसी कंपनी के नेटवर्क (जिसे मोबाइलनेट  कहा जाता था) पर कोलकता से दिल्ली किया गया था। इसी कंपनी को आगे चलकर ‘Spice Mobiles’ के नाम से जाना गया।
 साल 2012 में एक अरब 70 करोड़ मोबाइल हैंड सेट बिके .सबसे अधिक बिकने वालों में सैमसंग, नोकिया और ऐप्पल के हैंड सेट शामिल थे.

 ब्रिटेन में पहला एस एम एस नीलपा पवर्थ नाम के एक इंजीनियर ने तीन दिसंबर 1992 को ऑर बिटल 901 हैंडसेट ने अपने मित्र रिचर्ड जॉर्विस को भेजा था. उन्होंने लिखा था, ‘मैरी क्रिसमस.
 ब्रिटेनमें 2011 में मोबाइल फोन उपभोक्ताओं ने डेढ़ सौ अरब एस एम एस भेजे थे. एस एम एस भेजने वालों में 12 से 15 साल के बच्चों की संख्या अधिक थी. इन्होंने हर हफ्ते औसतन 193 एस एम एस भेजे.

Telephone का आविष्कार किसने किया? टेलीफोन की खोज कि पूरी कहानी

वर्ष 2014 के बाद भारत में मोबाइल प्रयोग करने वाले लोगों की संख्या काफी तेजी से बढ़ी है। इस वर्ष (2018) तक भारत विश्व का दूसरा सबसे ज्यादा मोबाइल प्रयोग करने वाला तथा उत्पादन करने वाला देश बन गया है। वर्ष 2014 में 30 लाख मोबाइल फोन भारत में बनाये गए, जो वर्ष 2017 में बढ़कर 1.1 करोड़ तक पहुंच गया। वर्तमान में चीन मोबाइल प्रयोगत था उत्पादन करने वाला दुनिया का सबसे बड़ा देश है।
पूरे विश्व तथा अन्य देशों में मोबाइल फोन यूजर्स की संख्या :
S. No.
देश
यूजर्सकीसंख्या
1.
दुनियामें
457 करोड़
2.
चीन
115 करोड़
3.
अमेरिका
27 करोड़
4.
ब्राजील
13.92 करोड़
5.
रूस
10.43 करोड़
6.
इंडोनेशिया
17.4 करोड़


Smart Mobile Phone
Smart_Mobile_Phone


मोबाइल फ़ोन के उपभोक्ता हैंडसेट पर गेम खेलने पर 14 मिनट खर्च करते हैं.

 मोबाइल फ़ोन के उपभोक्ता हैंडसेट पर औसतन 16 मिनट म्यूज़िक सुनते हैं.

 वेसो शल मीडिया पर 17 मिनट बिताते हैं.

 ऑनलाइन ब्राउजिंग पर 25 मिनट गुजारते हैं.

 मोबाइल फ़ोन उपभोक्ता हैंडसेट का सबसे ज़्यादा इस्तेमाल समय देखने के लिए करते हैं.

 अब तक सबसे ज्यादा बिकने वाले हैंडसेट का रिकॉर्ड नोकिया 1100 के नाम है, जिसके 2003 में लांच होने के बाद 25 करोड़ से अधिक सेट बिके थे.

 जब यह अफ़वाह उड़ी कि नोकिया 1100 का इस्तेमाल ऑनलाइन मनीट्रांसफर को हैक करने में हो सकता है तो इस फोन की कीमत लगभग $10000 के करीब होग थी

 आई फ़ोन को जून 2007 में अमरीका में लांच किया गया था. उस समय लोग फोन लेने के लिए रातों को लाइन में लगते थे हालांकि, बाद में इस से उन्हें निराशा हाथ लगी क्यों किय फ़ोन उनकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा.

 साल 2011 के अंत तक विकासशील देशों में लगभग 78% लोगों के पास फोन था. विकसित देशों में यह आंकड़ा प्रति सौ लोगों पर 122 का था.

 2011 के अंत तक भारत में प्रति सौ लोगों में से 74 लोग मोबाइल का इस्तेमाल कर रहे थे.

 ऐसा अनुमान है कि 2016 मेंमोबाइल फ़ोन की सालाना बिक्री क़रीब दो अरब एक करोड़ यूनिट हो जाएगी.

 भारत में 2015 तक मोबाइल फ़ोन की सालाना बिक्री 32.2 करोड़ यूनिट होने का अनुमान है.

 ब्रिटेन और वेल्स में 2008 के बाद से हर साल क़रीब आठ हजार लोगों को गाड़ी चलाते समय मोबाइल का इस्तेमाल करने के आरोप में पकड़कर अदालत में पेश किया जाता है. इन में से क़रीब एक चौथाई मामले अकले लंदन में सामने आते हैं.

 गूगल की सहायक कंपनी एंड्रायड इंक ने  2007 में टच स्क्रीन मोबाइल फ़ोन, स्मार्टफ़ोन और टैबलेट कंप्यूटर के लिए एंड्रायड नाम का ऑपरेटिंग सिस्टम बाजार में पेश किया.

मोबाइल के रोचक एवं महत्वपूर्ण तथ्य (FACTS OF MOBILE PHONES)

दोस्तों, आपने  Nokia 1100 मोबाइल कभी   कभी  तो  खरीदा  ही  होगा लेकिन क्या आपको मालूम है, यह अभी तक के इतिहास में सबसे ज्यादा बिकने वाला मोबाइल फोन तथा  electrical gadgets है। पूरी दुनिया में इसके 25 करोड़ से ज्यादा सेट बिके थे और वो भी मात्र  5 वार्षों मेंवर्ष 1983 में जो पहला मोबाइल आम लोगों के लिए अमेरिकी बाजार में लाया गया था उस समय उसकी कीमत $4000 थी। मतलब आज के हिसाब से 296440 रूपएवर्ष 2012 में Apple कंपनी ने हर दिन 3,40,000 से ज्यादा iPhones बेचे थे, जिसका अर्थ हुआ हर सेकेंड 4 iPhone बिक रहे थे! और एक वर्ष में 12 करोड़ 41 लाख से ज्यादा।

2010 में अमेरिकी शोधकर्ताओं ने पाया था कि मोबाइल फोन पर हमारे घर के शौचालय के फ्लश हैंडल से 18 गुना अधिक कीटाणु होते हैं तथा उसकी सीट से मोबाइल 10 गुना अधिक गंदा होता है!
एक ऑन लाइन सर्वेक्षण कंपनी ‘App Annie’ के अनुसार भारत में हर रोज लोग 3 घंटे स्मार्ट फोन पर बिताते हैं 

स्मार्ट फोन पर सबसे ज्यादा प्रयोग किये जाने वाले 5 प्रमुख एप– Whatsapp, Facebook, Facebook Messenger, Truecaller और SHAREit –हैं।

Smart Phone
Smart_Phone


विश्व का पहला मोबाइल कॉल आज से 45 साल पहले (1973) स्वयं मोबाइल फोन के आविष्कार कमार्टिन कूपर द्वारा अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर सेन्यू जर्सी में स्थित Bell Labs के मुख्यालय में किया गया था।
जापान में लगभग 90% से 95% तक मोबाइल फोन वाटरप्रूफ होते है। इसका मुख्य कारण है जापानी लोगों की आदत विशेषकर महिलाओं कि। जापानी महिलाएं अपने मोबाइल से इतनी जुड़ी हुई होती है कि शावर लेते समय भी वे अपना फोन अपने आस-पास ही रखती है।उनकी इसी आदत को देखते हुए जापान में हर मोबाइल manufacturing कंपनी को वाटरप्रूफ मोबाइल फोन तैयार करने होते हैं।

Latest Mobile Phone, Smart Mobile
Smart Mobile


मार्टिन कूपर ने मैन ट्ट्नमे स्थित अपने Office से न्यूज र्सीमे स्थित बेल लेब्स के Head office मे पहला Call किया गया था.  कूपर ने मोबाइल कंपनी (मोटोरोला ) के साथ मिलकर इस मोबाइल को बनाया था.
दुनिया की पहली कोमेरसियल फोन 1979 मे  NTT नाम जापान की कंपनी ने टोक्यो मे शुरू की थी.  इसके बाद 1981 मे डेन्मार्क, फिनलैंड और स्वीडन मे शुरू की गई थी.  उसके बाद अगर हम बात करते हैं इस मेडाली जाने वाली Sim की तो वो सबसे पहले सन 1991 मे Munich Smart Card maker Giesecke और Devrient ने फिनिश wireless Network Operator के लिए बनाया गया था.

1991 मे 2G Teachnology Finland मे radiolinza ने Start की थी.

अगर हम बात करते हैं कि Started मे कितने Mobile Phone Sale हुए तो 1983 से 2014 तक लगभग 700 करोड़ Mobile Phone का use किया गया था.

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